Akbar Birbal Stories In Hindi – अकबर बीरबल की कहानियाँ
मुग़ल वंश के बादशाह और नसीरुद्दीन हुमायूँ के बेटे जलालउद्दीन मोहम्मद अकबर और उनके कहे जाने वाले नवरत्न में से एक रत्न बीरबल के किस्से काफी मशहूर हैं । बादशाह अकबर कई बार परेशानियों में फसने पर, या किसी गंभीर मुद्दे पर अपने सलाहकार मंत्री बीरबल की सहायता अवश्य लेते थे।
बीरबल ने सन 1528 से सन 1583 तक बादशाह अकबर के दरबार में एक विदूषक एवं सलाहकार बन कर सेवाएँ दी थी। बीरबल स्वभाव से बुद्धिशाली, और किसी भी समस्या का समाधान ढूँढने में निपुण थे। अकबर और बीरबल के अनगिनत किस्सो में से चुनिन्दा किस्से वार्ता स्वरूप दर्शाये हैं, जिसमे बीरबल के बुद्धिचातुर्य का वर्णन है।
एक बार सभी दरबारी Birbal और राजा Akbar दरबार मे बैठे थे | सभी लोग दरबार के अलग अलग पदो एवं मंत्री पदो के बारे मे विचार विमर्श कर रहे थे | उनमें से एक मंत्री, जो महा-मंत्री का पद पाना चाहता था। उसने मन ही मन एक योजना बनाई। उसे मालूम था कि Birbal उससे ज्यादा बुद्धिमान था, लेकिन फिर भी वह मुख्य सलाहकार का पद पाना चाहता था।
एक बार दरबार में Akbar ने Birbal की बहुत तारीफ की। यह सब सुनकर उस मंत्री को बहुत गुस्सा आया। उसने महाराज से कहा कि यदि Birbal मेरे तीन सवालों का उत्तर सही सही दे देता है तो मैं उसकी बुद्धिमता को स्वीकार कर लूंगा। यदि नहीं तो इससे यह सिद्ध होता है कि वह आपका चापलूस है। Akbar को मालूम था कि Birbal उसके सवालों का जवाब जरूर दे देगा इसलिए उन्होंने उस मंत्री की बात मान ली।
मंत्री के तीन सवाल थे जो इस प्रकार थे
- आकाश में कितने तारे हैं ?
- धरती का केन्द्र कहां है ?
- सारे संसार में कितने स्त्री और कितने पुरूष हैं ?
Akbar ने Birbal पर भरोसा जताते हुए। उसे इन सवालों के जवाब देने के लिए कहा और साथ ही यह शर्त रखी कि यदि वह इनका उत्तर नहीं जानता है तो मुख्य सलाहकार का पद छोड़ने के लिए तैयार रहे।
Birbal ने कहा- बादशाह सलामत मैं इन प्रश्नों के उत्तर जानता हूं, सुनिए।
पहले सवाल का जवाब बीरबल ने कुछ इस तरह दिया – Birbal ने एक भेड़ मंगवाई और कहा जितने बाल इस भेड़ के शरीर पर हैं। आकाश में उतने ही तारे हैं। उन्होंने उस मंत्री की ओर देख कर कहा आप गिनकर तसल्ली कर लो।
दूसरा सवाल का जवाब बीरबल ने कुछ इस तरह दिया – Birbal ने ज़मीन पर कुछ लकीरें खिंची और कुछ हिसाब लगाया। फिर एक लोहे की छड़ मंगवाई। उसे एक जगह गाड़ दिया और Birbal ने बादशाह से कहा – बादशाह बिल्कुल इसी जगह धरती का केन्द्र है, चाहें तो आप खुद जांच लें। बादशाह बोले ठीक है अब तीसरे सवाल के बारे में कहो।
तीसरे सवाल का जवाब बीरबल ने कुछ इस तरह दिया – Birbal ने कहा अब जहांपनाह तीसरे सवाल का जवाब बड़ा मुश्किल है, क्योंकि इस दुनिया में कुछ लोग ऐसे हैं जो ना तो स्त्री की श्रेणी में आते हैं, ना ही पुरुषों की श्रेणी में। उनमें से कुछ लोग तो हमारे दरबार में भी हैं, जैसे कि ये मंत्री जी। महाराज यदि आप इनको मौत के घाट उतरवा दें तो मैं स्त्री-पुरूष की सही-सही संख्या बता सकता हूं।
अब मंत्रीजी सवालों का जवाब छोड़कर थर-थर कांपने लगे और महाराज से बोले,”महाराज बस-बस मुझे मेरे सवालों का जवाब मिल गया। मैं Birbal की बुद्धिमानी को मान गया हूं। महाराज हमेशा की तरह Birbal की तरफ पीठ करके हंसने लगे और इसी बीच वह मंत्री दरबार से भाग गया।
Key Learning of Story (सीख/बोध ) :कभी किसी परीक्षा से घबराएं नहीं, जो सवाल जितने अजीब होते हैं, उनके जवाब भी उसी तरह दिए जा सकते हैं। अगर दिमाग को शांत और सक्रिय रखा जाए तो हम किसी भी सवाल का जवाब दे सकते हैं।