Albert Einstein के प्रेरक प्रसंग : Albert Einstein Motivational Life Story in Hindi
महान वैज्ञानिक Elbert Einstein जब भी कोई काम किया करते थे तो उस काम मे खो जाते थे। उन्हे दूसरे किसी काम की होश नहीं रहती थी।
एक बार जब वो अपनी laboratory मे कोई काम कर रहे थे, तो उनकी पत्नी उनके लिए खाना लेकर आयी। उनको काम मे खोया हुआ देखकर वो उनकी थाली एक table पर रख कर चली गयी। और उनकी पत्नीने सोचा की जब भी काम से फुरसत मिलेगी, वो खाना खा लेंगे। उसी laboratory में Einstein के सहकर्मचारी मित्र भी काम पर लगे थे। खाने की थाली को देखकर उनकी भूख भड़क गयी और वो Einstein को छोड़कर खाना खाने के लिए चले गए। देखते ही देखते उन्होने अपने खाने के साथ Einstein का खाना भी खा लिया।
Einstein पूरी लगन के साथ अपने काम मे मसगुल थे। जब उन्होने अपना काम निपटा लिया तो वो खाना खाने के लिए अपने table के पास गए तो उन्होने देखा सभी बर्तन खाली है। उन्होने सोचा की शायद मै खाना खा चुका हु और फिर पानी पीकर वापिस अपने काम मे लग गए। किसीसे कुछ भी सिकायत नहीं की |उनके सभी सहकर्मचारी उनके काम के प्रति लगन को देखकर दंग (नतमस्तक) रह गई । दोस्तों यही होती है काम के प्रति सच्ची लगन
गीता मे भगवान श्रीकृष्ण कहते है है की उनकी माया को पार करना अत्यंत मुश्किल है। उनकी माया को पार करना या उत्तीर्ण होना हर जीव के लिए मुमकिन नहीं है।लेकिन अगर मन मे सच्ची लगन हो तो भगवान भी आपके पीछे खड़े हो जाते है और असंभव काम भी संभव हो जाता है।
दोस्तों इस बात पर हमेशा पूरा भरोसा रखिए कि अगर आप अपने काम में डटे रहते हैं, तो आप ज़रूर कामयाब होंगे
निष्कर्ष
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